केन्द्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह आज ग्रेटर नोएडा के सुरजपुर में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 39वीं बटालियन के लखनवाली शिवर में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की 57वीं स्थापना दिवस परेड में शामिल हुए। इस अवसर पर आईटीबीपी के महानिदेशक श्री आर. के. पचनंदा और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। श्री राजनाथ सिंह ने परेड की सलामी ली और स्थापना दिवस परेड का निरीक्षण किया। परेड़ में महिला दस्ता, कमांडो, स्कीइंग, पर्वतारोही दस्ता, नक्सल रोधी कार्रवाई दस्ता, पैराट्रुपर, अश्वारोही कॉलम तथा विभिन्न दस्तों ने भाग लिया। परेड में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों विभिन्न करतब दिखाये।
गृहमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि आईटीबीपी के जवानों ने 9 हजार फीट से 18 हजार फीट की ऊंचाई पर कठिन परिस्थितियों में सीमा की रक्षा करने में सर्वोच्च बलिदान दिये हैं। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी न केवल भारत-चीन सीमा की रक्षा करती है बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा में भी दायित्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह भारत-चीन सीमा की चौकियों पर गये हैं और देखा है कि आईटीबीपी के जवान -45 डिग्री सेल्सियस कम तापमान और आक्सीजन के अभाव में कर्तव्य निभाते हैं। इसीलिए उन्हें ‘हिमालय पुत्र’ या ‘हिमवीर’ की संज्ञा दी जाती है।
गृहमंत्री ने कहा कि सीमा चौकियों की उनकी यात्रा के बाद जवानों को सीमा चौकियों पर बेहतर ढ़ांचागत सुविधाएं देने का निर्णय किया गया। आईटीबीपी को उच्च शक्ति की एसयूवी, सभी इलाकों में काम आने वाले वाहन, स्नो स्कूटर आदि प्रदान किये गये और इससे संचालन क्षमता में सुधार हुआ है। इस अवसर पर 1 उत्तम जीवन रक्षा पदक, 5 विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का 5 पुलिस पदक, उल्लेखनीय सराहनीय सेवा के लिए 23 पुलिस पदक और 1 जीवन रक्षक पदक प्रदान किये गये।
गृहमंत्री ने ग्रेटर नोएडा में 200 बिस्तर वाले केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल के रेफरल अस्पताल का भी उद्घाटन किया। यह अस्पताल 121 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।
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